भाकियू और कांग्रेस नेता ने किया दोषियों पर कार्रवाई और धन की रिकबरी कराकर किसानों में वितरित करने की मांग
बस्ती । मुण्डेरवा चीनी मिल में 12 करोड़ से अधिक रूपयों के गोलमाल का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। भाकियू के प्रदेश सचिव एवं गन्ना समिति मुण्डेरवा के निवर्तमान चेयरमैन दिवान चन्द पटेल ने मुख्यमंत्री से मुण्डेरवा चीनी मिल में सुनियोजित रूप से हुए 12 करोड़ 36 लाख रूपये के घोटाला मामले में जिम्मेदार अधिकारियों के विरूद्ध भी नामजद मुकदमा पंजीकृत कराते हुए धन की रिकबरी कराकर किसानों को दिये जाने की मांग की है। वहींकांग्रेस आरटीआई विभाग के प्रदेश उपाध्यक्ष और पूर्वान्चल प्रभारी महेन्द्र श्रीवास्तव ने कहा है कि मुण्डेरवा चीनी मिल को जब शुरू कराया गया तो किसानों में बड़ी उम्मीद थी किन्तु मिल में सुनियोजित रूप से कराये गये 12 करोड़ 36 लाख रूपये के घोटाले ने कई सवाल खड़े कर दिये हैं।घोटाला मामले में जिम्मेदार अधिकारियों से धन की रिकबरी कराकर उसे किसानों में वितरित कराया जाय।

गन्ना किसानों, वाल्टरगंज सुगर मिल कर्मचारियों की मांगों को देखते हुए मिल में इस सत्र से पेराई करने और बकाया भुगतान सुनिश्चित कराये जाने की भी मांग की है।कहा कि भाजपा सरकार के कार्यकाल में बस्ती और वाल्टरगंज चीनी मिल बंद हो गई। दोनों चीनी मिलों को फिर से चलाने का वायदा भाजपा नेताओं ने किया था किन्तु इस मुद्दे पर वे चुप्पी साधे बैठे है। कहा कि भाजपा की प्रदेश सरकार किसान विरोधी है। किसान खाद के लिये चक्कर काटते रहे और अब मुण्डेरवा चीनी मिल में 12 करोड़ 36 लाख रूपये के घोटाले ने सिद्ध कर दिया है कि मिल में मनमानी चल रही है।
