अस्सी घाट जो गंगा आरती के लिए प्रसिद्ध है उसका मूल नाम असि घाट है | इस घाट का नाम असि नदी के नाम पर रखा गया है | इसे वाराणसी का पहला घाट भी माना जाता है | इसी घाट पे असि नदी गंगा नदी में आ कर मिलती हैं , यह भी एक कारण है की इस घाट का नाम असि घाट है | इसी घाट के पास रामचरित मानस के रचइता श्री तुलसीदास जी भी वास करते थे | असि घाट वाराणसी के पांच तीर्थ स्थलों में से एक है | यही पे शाम के समय हज़ारों लोग गंगा आरती का मनमोहक दृश्य देखने भी आते हैं जो शाम 7 बजे से 7:30 तक होती है हलाकि यहाँ सुबह के समय भी गंगा आरती होती है जो सुबह 5 बजे से 5:30 तक चलती है | यहाँ नव वर्ष और देव दीपावली को सबसे अधिक भीड़ देखने को मिलती है| असि घाट पर ही सुबह ए बनारस के सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी होता है | यहाँ गायन , वादन , नृत्य जैसे कार्यक्रम आपको रोज़ देखने को मिलते हैं और यह मंच नए कलाकारों को प्रोत्साहन भी प्रदान करता है यहाँ कोई भी कलाकार आकर अपनी प्रस्तुति दे सकता है
