बस्ती । नर्सिंग होम में टाइल्स लगवाने वाले ठेकेदार गोविन्द निषाद को मजदूरी मांगना भारी पड़ गया। मजदूरी मांगने पर दबंगों ने उसे बेरहमी से पीटा। उसके शरीर पर पिटाई के निशान बर्बरता को बयां कर रहे हैं। बर्बरता के शिकार पीड़ित ठेकेदार ने न्याय के लिए पुलिस से गुहार लगाया, लेकिन पुलिस ने उसकी फरियाद नहीं सुनी। सरदार सेना जिलाध्यक्ष विनय चौधरी को इसकी जानकारी हुई तो वे उसे साथ डीआईजी के यहां पहुंचे। उनसे मिलकर न्याय की गुहार लगाया। डीआईजी ने मामले में तत्काल कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
डीआईजी को दिये पत्र में बताया गया है कि मुण्डेरवा थाना क्षेत्र के मूडाडीहा निवासी गोविन्द निषाद ने कोतवाली थाना क्षेत्र के पोखरभिटवा निवासी अमरनाथ सिंह से संतकबीर नगर जनपद के खलीलाबाद कोतवाली थाना क्षेत्र के बडगो में बनवाये जा रहे नर्सिंग होम में टाइल्स लगवाने का ठेका लिया। उनके नर्सिंग होम में लगभग 5 लाख रूपये का टाइल्स लगाने का कार्य कराया। पैसा मांगने पर वे टाल मटोल करते रहे। 20 अप्रैल को जब उसने कार्य कराने का पैसा मांगा तो अमरनाथ सिंह, उनके पुत्र अमित सिंह, नर्सिंग होम के तीन कर्मचारियों ने मिलकर उसे लोहे के राड, लात घूसों से मारा पीटा, इससे वह बेहोश हो गया। होश में आने पर उसने कोतवाली खलीलाबाद में घटना की सूचना दिया। पुलिस ने उसकी तहरीर लेने से इंकार कर दिया। कहा कि वह बड़े आदमी है और उनके विरूद्ध मुकदमा दर्ज नहीं हो पाएगा। डीआईजी से समूचे मामले की जांच कराकर दोषियों के विरूद्ध मुकदमा पंजीकृत कराकर न्याय और बकाया धन दिलाने की मांग किया गया है।
ज्ञापन देने वालों में संदीप कुमार निषाद, अंकुर निषाद, गोविन्द कुमार, अनव, साधु शरन, सुमिरन, राम अशीष, अक्षय कुमार, सूरज, राहुल, शिवपाल, मुकेश, पतिराम निषाद, बलिराम, प्रदीप कुमार व सरदार सेना के अनेक पदाधिकारी, कार्यकर्ता शामिल रहे।
