बस्ती। मंडल में बहुत उठापटक के बावजूद निर्धारित समयावधि तक लक्ष्य के सापेक्ष महज 16.39 फीसदी गेहूं की खरीद हो सकी है। वहीं अब खाद्य एवं रसद विभाग ने एक नवंबर से शुरू होने वाली धान की खरीद के लिए तैयारी भी शुरू कर दिया है। रबी विपणन वर्ष 2025 में शासन ने मंडल को 1 लाख 12 हजार 500 एमटी गेहूं खरीद का लक्ष्य दिया था। इसके लिए कुल 176 केंद्रों का निर्धारण किया गया था। एक अप्रैल से गेहूं की खरीद शुरू की गई थी लेकिन फसल न तैयार होने के कारण लगभग पखवारे भर बाद खरीद शुरू हो सकी थी। बावजूद इसके गेहूं खरीद में वह तेजी नहीं आ पाई थी, जो पहले के वर्षों में देखी जाती थी। इसकी बड़ी वजह बाजार भाव से कम न्यूनतम मूल्य का निर्धारण था। जिसका लाभ आढ़तियों ने उठाया और 15 जून तक चलने वाली गेहूं की खरीद महज 18435 एमटी पर सिमट गई। मंडल के 4457 किसानों ने ही सरकारी केंद्रों पर अपनी उपज बेंची है और बाकी किसानों ने आढ़तियों से बाजार भाव का लाभ उठाया है।बस्ती के डिप्टी आरएमओ विपिन कुमार के अनुसार बस्ती जिले में 62 केंद्रों का निर्धारण किया गया था। जहां 43500 एमटी लक्ष्य के सापेक्ष 1619 किसानों ने महज 5647 एमटी गेहूं बेचा है, जो लक्ष्य के सापेक्ष लगभग 13 फीसदी माना जा रहा है।आरएफसी दुर्गेश कुमार मिश्र के अनुसार संतकबीर नगर के 48 केंद्रों पर 24 हजार एमटी लक्ष्य के सापेक्ष 1032 किसानों ने 3406 एमटी गेहूं बेचा है जो लक्ष्य का 14.19 प्रतिशत है। सबसे अधिक 20 फीसदी खरीद सिद्धार्थनगर में मानी जा रही है। यहां के 66 केंद्रों पर 45 हजार एमटी लक्ष्य के सापेक्ष 9348 एमटी गेहूं की खरीद हुई है। जहां के 1806 किसानों ने लाभ उठाया है।संभाग के लेखा अधिकारी आशीष भाष्कर के अनुसार सभी किसानों को उनके खाते में भुगतान कर दिए जाने की व्यवस्था बनाई गई थी। बताया कि 4457 किसानों को 44 करोड़ 88 लाख 97 हजार का भुगतान किया जा सका है। वहीं कुछ कारणों से 6 लाख 66 हजार रूपए का भुगतान नहीं किया जा सका है। दूसरी तरफ भारतीय खाद्य निगम के जिला प्रबंधक राहुल चौधरी ने बताया कि 16 हजार 573 एमटी गेहूं का भंडारण भी किया जा चुका है। बाकी के लिए मंडी स्थित एफसीआई गोदाम पर प्रभारी शंभू नाथ यादव, प्लास्टिक कांप्लेक्स स्थित गोदाम के प्रभारी राहुल चौहान को जिम्मेदारी सौंपी गई है। बताया कि जो भी गाड़ियां आती हैं उनका उसी समय भंडारण कर दिया जाता है।कृषि उत्पादन मंडी समिति व पीसीएफ भी इस बार गेहूं की खरीद में पिछड़ गए। जबकि यहां से खरीद का प्रतिशत हर बार अधिक होता था। मंडी सचिव महेंद्र गुप्ता के अनुसार संभाग के तीन केंद्रों पर 3 हजार एमटी के सापेक्ष 821 एमटी गेहूं खरीद जा सका जो लक्ष्य का 27 फीसदी माना जा रहा है। वहीं पीसीएफ के प्रबंधक कैलाश नाथ के अनुसार संभाग के 64 केंद्रों पर 39 हजार 500 एमटी के सापेक्ष 4611.84 एमटी गेहूं खरीदा गया है जो लक्ष्य का 11.68 फीसदी है।आरएफसी दुर्गेश कुमार मिश्र के अनुसार खाद्य विभाग के अपर आयुक्त राम मूर्ति पांडेय ने एक नवंबर से होने वाली धान खरीद के लिए समय सारिणी जारी कर दिया है। जिसके अनुसार खरीफ विपणन वर्ष 2025-26 में मूल्य समर्थन योजना के तहत पांच जुलाई तक धान उत्पादन का सर्वेक्षण व आंकलन किया जाएगा। किसानों के पंजीकरण के लिए अभियान चलाया जाएगा। किसान पोर्टल पर अपना पंजीयन ऑनलाइन कर सकेंगे।
