बस्ती। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कुदरहा में प्रसूता से धन उगाही का मामला प्रकाश में आया है। आरोप है कि मांग पूरी न होने से नाराज स्टाफ नर्स ने महज 5 घंटे में ही डिस्चार्ज कर जच्चा बच्चा को घर भेज दिया, जिसे लेकर लोगों में आक्रोश है।
कुदरहा स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में सुरक्षित प्रसव की व्यवस्था की गई है। जिसके लेबर रूम का दायित्व तीन स्टाफ नर्सों में बांटा गया है। एक स्टाफ नर्स को 8 घंटे की जिम्मेदारी दी गई है। बताया जाता है कि जिभियांव निवासी प्रसूता शहनाज पत्नी इदरीश बुधवार की दोपहर प्रसव कराने के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कुदरहा आई थी, जिसका प्रसव स्टाफ नर्स सुमन वर्मा ने कराया। आरोप है कि अस्पताल में दवा व अन्य सामाग्री होने के बावजूद बाहर की दवा लिखी और दो हजार रूपए की मांग किया। प्रसूता के परिजन के अनुसार स्टाफ नर्स को एक हजार रूपया उपलब्ध करा दिया गया। प्रसव सकुशल संपन्न होने के बाद शेष बचे रुपए की मांग के लिए स्टाफ नर्स ने दबाव बनाना शुरू कर दिया। जब मरीज के परिजन पैसे नहीं दे पाए तो नाराज होकर स्टाफ नर्स ने महज पांच घंटे में ही प्रसूता को डिस्चार्ज कर दिया। जबकि जच्चा बच्चा का जीवन संकट में न पड़े इसके लिए 24 घंटे अस्पताल में भर्ती रखने का स्पष्ट निर्देश है।
ें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कुदरहा के अधीक्षक डॉ. फैज वारिस ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है। प्रकरण की जांच करा कर जो भी लेन देन हुआ है, उसको वापस कराया जायेगा और आवश्यक कार्यवाही की जाएगी।
