बस्ती। संविलियन विद्यालय रामपुर में उत्साह के साथ भारतीय भाषा उत्सव 2025 मनाया गया। मेनी लैंग्वेज, वन इमोशन थीम पर आधारित कार्यक्रम में बच्चों, अभिभावकों, समुदाय ने सक्रिय भागीदारी की। बच्चों ने रंग-बिरंगे चार्ट, पोस्टर और पेंटिंग की सहायता से सुंदर भाषा-वृक्ष बनाया। अपनी भाषा का मान बढ़ाओ, हर भाषा का सम्मान करो का नारा लगाकर भाषाई एकता का संदेश दिया। भाषा-वृक्ष निर्माण में अपना रचनात्मक योगदान देने वाले बच्चों में तबस्सुम, सोनाक्षी, मनीषा, साम्या, प्रियांशी, सोनम, नव्या व अन्य शामिल रहीं।मुख्य अतिथि एसआरजी आशीष श्रीवास्तव ने बच्चों को भारत में बोली जाने वाली विभिन्न भाषाओं एवं लिपियों के रोचक तथ्य बताए। कहा कि भाषा केवल संवाद का माध्यम नहीं, बल्कि संस्कृति और भावनाओं की विरासत है। बच्चों को प्रेरित करते हुए कहा कि भारत की बहुभाषीय पहचान हमारी सबसे बड़ी शक्ति है, और प्रत्येक विद्यार्थी को कम-से-कम एक भारतीय भाषा अतिरिक्त रूप से सीखने का प्रयास अवश्य करना चाहिए।वरिष्ठ शिक्षक लक्ष्मण दुबे ने कहा कि भारत विविधताओं से भरा देश है। यहां बोली, खान-पान, वेशभूषा भिन्न होते हुए भी अनेकता में एकता हमारी पहचान है।कार्यक्रम की नोडल शिक्षिका नेहा पांडेय ने बच्चों से संवाद करते हुए बताया कि प्रत्येक भाषा सम्मान योग्य है।कहा कि विद्यालय में बच्चों द्वारा निर्मित भाषा-वृक्ष तथा भाषाई विरासत वाल को सुरक्षित रखा जाएगा ताकि छात्र, छात्राएँ भारत की भाषाओं से निरंतर जुड़ाव महसूस कर सकें।जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अनुप कुमार ने अपने संदेश में कहा कि शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार के निर्देशन में े जनपद के समस्त विद्यालयों में 4 दिसम्बर से भाषा उत्सव प्रारंभ हुआ है, जो े 11 दिसंबर तक विभिन्न थीम पर मनाया जाएगा। बताया कि भारतीय भाषा उत्सव के अंतर्गत महान राष्ट्रवादी तमिल कवि सुब्रमण्यम भारती की रचनाओं से संबंधित पठन एवं लेखन गतिविधियाँ भी विद्यालयों में संचालित की जा रही हैं। इस दौरान रेखा पांडेय, सीता शर्मा सहित अनेक शिक्षक उपस्थित रहे।
