दलितों पर हो रहे हमलों के विरोध में खेमयू ने जुलूस निकाल किया प्रदर्शन

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सीजेआई पर हमले के प्रयास मामले में कड़ी कार्रवाई करने, न्यायाधीशों की सुरक्षा बढ़ाने और दलितों पर होने वो अत्याचारों को रोके जाने की मांग, सौपा राष्ट्रपति को सम्बोधित ज्ञापन

बस्ती। दलितो पर हो रहे हमलों के विरोध में उत्तर प्रदेश खेत मजदूर यूनियन ने जुलूस निकाल कर विरोध प्रदर्शन किया। कलेक्ट्रेट आफिस पहुंचकर एसडीएम के माध्यम से राष्ट्रपति को सम्बोधित तीन सूत्रीय ज्ञापन प्रेषित किया। कहा कि देश व प्रदेश में मनुवादी सोच के आधार पर दलितों पर लगातार हो रहे हमलों पर सख्ती से रोक लगाई जाय।मांग पत्र में सुसाइड नोट के आधार पर हरियाणा में आईपीएस अधिकारी पूरन कुमार को आत्म हत्या के लिए उकसाने वालों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही करने, मृत आईपीएस अधिकारी के परिवार को सुरक्षा की गारंटी दिए जाने ,सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस पर जूता फेंकने वाले वकील के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने, न्यायाधीशों की सुरक्षा बढ़ाये जाने, प्रदेश में दलितों पर होने वाले अपराधों को सख्ती से रोके जाने, रायबरेली में की गई दलित वाल्मीकि की हत्या में शामिल अपराधियों को गिरफ्तारी, बस्ती में दलित नेता की पुलिसिया पिटाई के दोषियों पर कड़ी कार्यवाही की मांग शामिल है।

माकपा के जिला सचिव शेषमणि ने कहा कि अभी हाल ही में हरियाणा में एक आईपीएस दलित अधिकारी को आत्महत्या के लिए मजबूर किया गया, इस मामले की निष्पक्ष जांच और दोषियों के विरुद्ध कार्यवाही की जाय। माकपा नेता सत्यराम ने सर्वोच्च न्यायालय के चीफ जस्टिस पर जूता फेंकने की घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए दोषी के विरुद्ध कार्यवाही की मांग की। खेत मजदूर यूनियन के जिला मंत्री कामरेड नरसिंह ने जनपद रायबरेली में अभी हाल ही में की गई दलित की हत्या और बस्ती जनपद में दलित नेता की बर्बर पिटाई का सवाल उठाया। माकपा नेता कामरेड केके तिवारी ने कहा कि देश भर में सबसे अधिक अपराध दलितों व महिलाओं पर उत्तर प्रदेश में हो रहे हैं.। मनुवादी सोच लगातार सत्ता के सरक्षण में एसे अपराधों को कारित कर रही है। प्रदेश तथा देश की भाजपा सरकार इसे रोक पाने में विफल है। ऐसे में राष्ट्रपति को संवैधानिक हस्तक्षेप करना होगा। जुलूस में मुन्नी देवी, केशव राम, राम करन, वसीम अंसारी, ज्ञानमति, लीलावती, किस्मती, सुशीला, ओमेंद्र कुमार, सुष्मिता आदि शामिल रहे।