जयंती पर समाजवादी पार्टी ने कार्यक्रम आयोजित कर किया याद
बस्ती। संत शिरोमणि नामदेव को उनकी जयंती पर याद किया गया। समाजवादी पार्टी कार्यालय पर आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए सदर विधायक एवं सपा जिलाध्यक्ष महेन्द्रनाथ यादव ने कहा कि संत नामदेव ने भक्तिगीतों की रचना की, जनता जनार्दन को समता तथा भक्ति का पाठ पढ़ाया। संत ज्ञानेश्वर के परलोकगमन के बाद पूरे भारत का भ्रमण किया। उनके उपदेश युगों युगों तक समाज का मार्गदर्शन करते रहेंगे।
विधायक राजेन्द्र प्रसाद चौधरी, कवीन्द्र चौधरी अतुल ने कहा कि संत नामदेव के समय महाराष्ट्र में नाथ पंथ का प्रचार था। लेकिन नामदेव बाह्य आडंबरों के विरोधी थे। मुखबानी नामक पुस्तक में इनकी रचनाएँ संग्रहित हैं। आज भी इनके रचित गीत पूरे महाराष्ट्र में भक्ति और प्रेम के साथ गाए जाते हैं। ये 80 वर्ष की अवस्था में समाधि में लीन हो गये।
वरिष्ठ सपा नेता दयाशंकर मिश्र ने कहा कि संत शिरोमणि नादमेव का पूरा जीवन समाज सुधार में बीता। वे अपनी रचनाओं और भक्ति गीतों से समाज में फैली बुराइयों को दूर करना चाहते थे। कहा कि हर देश काल में संत नामदेव जैसे महान संतों की आवश्यकता है जो समाज को गलत रास्ते पर जाने से रोकें और जड़ बन रही असमानता को नष्ट कर समता का प्रसार करे। जमील अहमद, समीर चौधरी, जावेद पिण्डारी, मो. सलीम आदि ने भी अपने विचार साझा किये।
राजेन्द्र चौरसिया, अरविन्द सोनकर, मो. युनुस आलम, राहुल सोनकर, विपिन त्रिपाठी, अकबर अली, विरेन्द्र यादव, नित्यराम चौधरी, हनुमान प्रसाद चौधरी, मुरली पाण्डेय, अशोक यादव, रजनीश यादव, मो. सलीम, तूफानी, लालमन यादव, गौशंकर यादव, चन्द्रहास, सुनील यादव, सुशील यादव आदि कार्यक्रम में शामिल रहे।
