बस्ती। परिवहन निगम मुख्यालय ने रोडवेज के सभी अधिकारियों व कर्मचारियों के अवकाश पर 13 जनवरी से 27 फरवरी तक रोक लगा दिया है। गंभीर रूप से बीमार कर्मियों अथवा परिवार में दुखद हादसे पर ही अवकाश मिल सकेगा। इस दौरान बेहतर कार्य करने वाले चालकों, परिचालकों, अधिकारियों, कर्मचारियों को प्रोत्साहन योजना के तहत पुरस्कृत एवं सम्मानित भी किया जाएगा।
महाकुंभ को देखते हुए रोडवेज ने सभी कर्मचारियों , अधिकारियों का अवकाश निरस्त कर दिया है। डिपो के बेड़े की कुल 123 बसों को हर तरह से चाक-चौबंद कर दिया गया है। डिपो के एआरएम आयुष भटनागर,सीनियर फोरमैन चंदन लाल ने सभी कर्मचारियों को प्रतिदिन ड्यूटी पर हाजिर रहने का फरमान जारी कर दिया है। डिपो परिसर में हर वक्त प्रयागराज रूट के लिए बसें तैयार रखने के लिए कहा गया है।
जिले से बड़ी संख्या में प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ मेले के लिए श्रद्धालुओं के आवागमन को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है। 13 जनवरी से 27 फरवरी तक 45 दिनों तक महाकुंभ में श्रद्धालुओं के आवागमन का सिलसिला जारी रहेगा। परिवहन निगम मुख्यालय के अपर प्रबंध निदेशक राम सिंह वर्मा ने इस बीच सभी अधिकारियों , कर्मचारियों के अवकाश पर रोक लगा दिया है। बेहतर सेवा देने वाले अधिकारियों , कर्मचारियों को प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। डिपो प्रशासन ने वर्कशॉप से लेकर स्टेशन परिसर को साफ-सुथरा रखने के लिए सफाई कर्मचारियों को भी हर समय मुस्तैद रहने का निर्देश दिया है।
महाकुभ में बसों की नहीं होने पाएगी कमी
एआरएम आयुष भटनागर के अनुसार बसों की नियमित निगरानी के लिए वरिष्ठ सहायक अभिनव श्रीवास्तव, कर्मचारी नेता इंद्रजीत तिवारी, कन्हैया सिंह, सत्यदेव मिश्रा, मनीष कुमार श्रीवास्तव और अन्य कर्मियों की टीम को जिम्मेदारी सौंपी गई है। महाकुभ में बसों की कमी नहीं होने दी जाएगी।
दूर की जा रही खामियां, फर्स्ट एड किट, एलायड फॉयर से लैस होने लगीं बसें
महाकुंभ की तैयारी को लेकर डिपो की सभी बसें चाक चौबंद होने लगी हैं। सभी बसों में अग्नि शमन यंत्र यानी कि एलायड फायर व फर्स्ट एड बॉक्स चेक किए जा रहे हैं और जिनमें कोई फॉल्ट है, उन्हें ठीक किया जा रहा है। ताकि रास्ते में श्रद्धालुओं को सफर के दौरान कोई परेशानी न उठानी पड़े। पूर्व में एआरएम ने ऐसी कुछ बसों को चिन्हित किया था, जिनमें एलायड फायर व फर्स्ट एड किट नही थे, या फिर उनमें कुछ खामियां थीं। इन्हें भी एक-एक कर दुरुस्त किया जा रहा है। कंडक्टर व चालकों को यात्रियों के साथ मधुर व्यवहार करने के लिए प्रशिक्षित भी किया जा रहा है।
सात पिकिंग प्वाइंट से श्रद्धालुओं को मेले में पहुंचाएंगी 77 बसें
परिवहन निगम प्रशासन ने सात पिकिंग प्वाइंट बनाए हैं, जहां से डिपो की कुल 77 बसें श्रद्धालुओं को मेले में पहुंचाएंगी। यह बसें नियमित 13 जनवरी से 27 फरवरी तक संचालित होंगी। बसों को यह भी जिम्मेदारी सौंपी गई है कि वह वापसी में भी इसी प्वाइंट पर पहुंचेंगी। ताकि श्रद्धालुओं को कोई समस्या न होने पाए।
बस्ती डिपो के वरिष्ठ सहायक अभिनव श्रीवास्तव के अनुसार महाकुंभ मेला के दौरान बस्ती बस स्टेशन परिसर से 20, सीकरीगंज से 22, खलीलाबाद से दो, मुखलिसपुर से 10, मेंहदावल से तीन, उरुवा से 15 , नौगढ़ से 5 बसों को मेला के लिए भेजा जाएगा।
महाकुंभ में इन महत्वपूर्ण पर्वों पर उमड़ेंगें यात्री
रोडवेज के अधिकारियों के अनुसार महाकुंभ मेला में आधा दर्जन ऐसे अवसर आएंगे, जब यात्रियों की भीड़ अधिक जुटेगी। पहला 13 जनवरी को पौष पूर्णिमा यानी कि मकर संक्रांति, दूसरा 14 जनवरी को मकर संक्रांति यानी कि शाही स्नान, तीसरा 29 जनवरी को मौनी अमावस्या शाही स्नान, चौथा 3 फरवरी को बसंत पंचमी शाही स्नान, पांचवां 12 फरवरी को माघी पूर्णिमा, छठां 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के मौके पर अतिरिक्त बसों का भी संचालन करवाया जा सकता है।
चालकों, परिचालकों को मिलेगी प्रोत्साहन राशि
बस्ती डिपो के एआरएम आयुष भटनागर ने बताया कि मुख्य महाकुंभ मेला अवधि यानी कि 26 जनवरी से 5 फरवरी तक कुल 11 दिन तक लगातार अथवा 33 सौ किमी की सेवा देने वाले चालकों, परिचालकों को 22 सौ रुपए, 9 दिन तक लगातार अथवा 27 सौ किमी सेवा देने वालों को 18 सौ रुपए, सात दिनों तक लगातार अथवा 21 सौ किमी सेवा देने वाले चालकों,परिचालकों को 14 सौ रुपए प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। यह सुविधा निगम के चालकों, परिचालकों व संविदा के सिर्फ परिचालकों को दी जाएगी।
